सहारनपुर Acm अम्बाला ने गुप्त रूप से सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर की छापेमारी,अवैध रूप से चल रहे, वेंडरों और विक्रेताओं की वीडियोग्राफी करवाकर की कार्रवाई।पहले भी छापेमारी के बाद अवैध हो रहे काम बंद कर दिए गए थे, लेकिन ठेकेदारों ने अपनी सैटिंग कर काम फिर से चालू करा दिया था।सूत्रों ने बताया कि थाना आरपीएफ प्रभारी संजीव शर्मा को भी इन सभी मामलों में संलिप्तता पाए जाने पर किया गया निलंबित।
वहीं स्टेशन परिसर में फैली गंदगी को देखकर भी ACM महोदया हुई खासा नाराज।वही एक सिपाही जिसका नाम जब्बार है, उसके संरक्षण में ये सारा काम होता है। और एक मोटी अवैध वसूली की रकम इकट्ठी होती है।ये इक्कठी की हुई रकम फिर सभी अधिकारियों में बाँटी जाती है।इस सिपाही को शिकायतों के बाद सहारनपुर के रेलवे यार्ड में भेज दिया गया था, लेकिन इस व्यक्ति जब्बार का आज भी स्टेशन पर उतना ही दबदबा है। और आज भी वह अवैध वसूली करने में लगा है।इतनी शिकायतों के बाद भी क्यों नही हो पा रही जब्बार पर कार्रवाई।
क्या ऊपर के आला अधिकारी को भी लाभ पहुंचाता है, जब्बार ?
व्ही इस बारे में रेलवे के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने ये कहकर अपना पल्ला झाड़ दिया की उसे तो याड में भेजा गया है, वही आलाधिकारियों ने कहा अगर कोई उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करता है, तो कार्रवाई होगी पर अपनी दबंगता और कुछ अधिकारियो की मिली भगत से जबार अभी भी वसूली करने में लगा है।
ACM ने खुद अपने आप वंडरो के मेडिकल कार्ड और खाने- पीने की चीजों की जाँच की जहाँ स्टेशन पर काफी संख्या में वंडर देखे जाते थे, तो आज दौरे के समय सभी गायब थे,वही बताया की अब समय- समय या शिकायतों के आधार पर सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर बेच रहे, पानी खाने और जो अवैध काम में लिप्त है, उनकी भी जाँच की जा रही है, जोभी इसमें लिप्त होगा उसके विरुद्ध सख्त कारवाही होंगी।
ACM महोदया के इस कार्यवाही से गिर सकती है कई लोगों पर गाज वहीं रेलवे स्टेशन पर चल रही अवैध दुकाने भी बंद हो सकती हैं।