मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने का वादा किया था, जिसे यूपी पुलिस बखूबी निभा भी रही हैं। लेकिन गाजीपुर सहित पड़ोसी जिलों में आतंक का पर्याय बन चुका वाहिद अंसारी जो पुलिस के लिए लंबे समय से सिरदर्द बना चुका था शनिवार को यूपी पुलिस के हत्थे चढ़ा गया।
रविवार को मीडिया के सामने पेश करते हुए पुलिस कप्तान सोमेन वर्मा ने बताया, पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी की दर्जनों मामलो में वांछित चल रहा वाहिद अंसारी शनिवार को अपने साथी पंकज दुबे के साथ किसी घटना को अंजाम देने कचहरी से करंडा की तरफ जाने वाला हैं। पुलिस टीम ने कचहरी मंदिर के आस-पास जाल बिछाया, इनामिया अपराधी अपने साथी संग मोटरसाइकिल से आता दिखाई दिया, जिसे पुलिस ने हाथ देकर रोकने की कोशिश की, जिसपर वाहिद उल्टे पाँव भागने लगा जिसको पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया।
पुलिस कप्तान ने बताया की वाहिद ने पूछताछ में कवूल किया हैं की फरवरी में जेल से छूटने के बाद उसने अपने साथियों संग मिल अलग-अलग थाना क्षेत्रों के अलग-अलग जगहों पे हत्या,लूट ,छिनैती जैसी दो दर्जन से अधिक घटनाओ को अंजाम दिया। जिसमे 23 फरवरी 2018 को हरिवंश उर्फ पिंटू यादव की हत्या मुख्य थी। पुलिस टीम ने अपराधी वाहिद अंसारी से 32 बोर का पिस्टल सहित, लूट के माल संग गिरफ्तार किया। गिरफ्तार करने वाली क्राइम ब्रांच टीम को पुलिस महानिरीक्षक,वाराणसी द्वारा 20 हजार के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।