अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर से शुरू हुआ विवाद अब तक थमता हुआ नहीं दिख रहा। दरअसल, इस विवाद के चलते एक दिन पहले यूनिवर्सिटी में लाठी चार्ज हुआ था, जिसे लेकर छात्रों में काफी गुस्सा है। वहीं छात्रों ने लाठी चार्ज करने वाले अफसरों को संस्पेंड करने की मांग की है। साथ ही छात्रों ने जिन्ना की तस्वीर को हटाने से साफ इनकार कर दिया है। दरअसल, तस्वीर न हटाने के पीछे छात्रों का कहना है कि उन्हें AMU की लाइफलाइन मेंबरशिप दी गई थी। हमारे लिए जिन्ना भले ही आर्दश न हो, लेकिन वो भारतीय इतिहास का हिस्सा है।
AMU में जिन्ना की तस्वीर को लेकर हुए बवाल के बाद सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाह के चलते आज दिन में 2 बजे से रात 12 बजे तक के लिए जिलाधिकारी ने इंटरनेट सेवा बंद करवा दी है। वहीं एएमयू के बाबे सैयद गेट पर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे छात्रों को समर्थन देने बसपा नेता व पूर्व विधायक जमीर उल्लाह भी पहुंचे। उनहोंने मंच से कहा कि अगर यूनिवर्सिटी को जमीर उल्ला के खून की जरूरत पड़े तो मैं एक-एक बूंद बहा दूंगा। इस लड़ाई में अपने आपको अकेला नहीं समझना, यह कोई चिराग साग का खेल नही है। यह खेल तो दो साल पहले से चल रहा था। साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकारियों के साथ जो उनके बलबूते पर यहाँ तक चलकर आये हैं, मैं उन सब अधिकारियों से कहना चाहता हूं या तो वह अलीगढ़ छोड़कर चले जाए या फिर वह जेल जाने के लिए तैयारी रहें क्योंकि यह इतिहास में पहली मरतबा हुआ है। ये नापाक लोग यहाँ तक आये, ऐसा कभी भविष्य में न हो, मैं इसलिए एडमिनिस्ट्रेशन से कहना चाहता हूं वो चुपचाप रिपोर्ट लिख ले।