अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी यानि एएमयू के यूनियन हॉल में लगी पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर बुधवार को जमकर बवाल मचा। तस्वीर हटवाने की मांग को लेकर हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और जिन्ना का पुतला भी फूंका। ये प्रदर्शन एएमयू के बॉबे सैयद गेट पर किया गया। इस दौरान छात्र अपने साथ डंडे लेकर आए। हालांकि, पुलिस ने यहां हस्तक्षेप कर मामला शांत करा दिया है लेकिन, बाद में एएमयू छात्रों और पुलिस के बीच टकराव भी हुआ।
इस दौरान पथराव होने के बाद पुलिस को हवाई फायरिंग व लाठीचार्ज भी करना पड़ा। यहां तक कि आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए, जिसके चलते आधा दर्जन छात्र घायल हो गए। एएमयू के गेस्ट हाउस में पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी भी मौजूद थे। एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि एएमयू छात्र शहर में घुसने की कोशिश कर रहे थे, जब उन्हें रोका गया तो वो धक्का-मुक्की करने लगे। जिसक बाद भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया।
अलीगढ़ आरएसएस से जुड़े मुस्लिम यूथ एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद आमिर रशीद ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि जो व्यक्ति एएमयू के यूनियन होल में लगी जिन्ना की तस्वीर को उतार कर लाएगा, उसे 51 हाजर का इनाम दिया जाएगा। वहीं आमिर ने कहा कि अब एएमयू में जिन्ना की तस्वीर का कोई मतलब नहीं है। देश के मुसलमान जिन्ना से नफरत करते हैं। तस्वीर लगनी है तो भारतीय संस्कृति के शूरवीरों और स्वतंत्र वीरो (वीर सावरकर, डॉ केशव बलिराम हेडकेवार और वीर शिवाजी) की लगाएं। इन महान स्वतंत्र वीर शूरवीरों की तस्वीर लगाएंगे तो इनका राष्ट्रवाद मजवूत होगा और इनको एक लाख रुपये का इनाम देंगे।