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अपने ही नागरिक को पहचानने में चार साल लगाए भारत ने

अपने ही नागरिक को पहचानने में चार साल लगाए भारत ने

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करीब पांच वर्षों से पाकिस्तानी जेल में बंद मध्य प्रदेश का 20 वर्षीय जितेंद्र अर्जुनवार गुरुवार को अपने वतन भारत वापस आ गए, मध्य प्रदेश के सिवनी जनपद के बरघाट गांव का निवासी जितेंद्र 12 अगस्त, 2013 को घर से झगड़ाकर राजस्थान की ओर निकल गया था, वहां अजमेर से सीमा पारकर पाकिस्तान जा पहुंचा ।

पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे पकड़कर सिंध की हैदराबाद सेंट्रल जेल में बंद कर दिया, आपको बता दें ये मामला साल 2013 का है, जब पाकिस्तान के खोखरापार में जितेंद्र को पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया था, घर से भागा जितेंद्र कुछ महीनों तक भटकता हुआ भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पहुंच गया था । बताया जा रहा है कि, दिमागी रूप से कमजोर जितेंद्र कई अन्य बीमारियों से भी पीड़ित है, वैसे जितेंद्र की सजा तो 2014 में ही पूरी हो गई थी, लेकिन भारत सरकार ने जितेंद्र को भारत के निवासी के रुप में चार साल बाद अपनाया, जिसके बाद जितेंद्र को रिहा कर दिया गया ।

पाकिस्तान इंडिया पीपुल्स फोरम फॉर पीस एंड डेमोक्रेसी (पीआईपीएफपीडी) के महासचिव जतिन देसाई ने कहा कि, पंजाब स्थित बाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी रेंजर्स ने जीतेंद्र को सीमा सुरक्षा बल के हवाले किया है, जहां से उसे अमृतसर स्थित रेड क्रास के केंद्र पर लाया गया, प्राथमिक उपचार और जांच के बाद उसे परिवार को सौंपा जाएगा।

हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए सिवनी से नितिन इंगले

 

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