गोली चलाने वाले अभियुक्त रामचंद्र को कल शाम बेहजम के शिवाला से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दूसरी ओर मृतक के पिता राधेश्याम की माने तो जब वो अपने बेटे सुनील को गोली लगने के बाद जिला अस्पताल ले जा रहे थे, तब अभियुक्त ने गाड़ी का पीछा भी किया। ऐसे में अगर ये हत्या है तो पुलिस इसे फिर क्यों हर्ष फायरिंग का नाम दे रही है। क्या केश को कमजोर किया जा रहा है। सवाल व घटना के वीडियो भी बहुत कुछ बयां कर रहे है कि पहली गोली जब दूल्हे को नहीं लगी, तब दूसरी गोली मारी गई जो कि दुल्हे के सीने में जा लगी।
एक बार फिर हर्ष फायरिंग ने एक व्यक्ति की जान ले ली, लेकिन इस बार हर्ष फायरिंग का निशाना कोई और नहीं बल्कि दूल्हा बना। दरअसल, यूपी के लखीमपुर खीरी में हर्ष फायरिंग के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। हर्ष फायरिंग में गोली लगने से दूल्हे की मौके पर ही मौत हो गई। देर रात द्वारचार का कार्यक्रम चल रहा था, दूल्हा दूल्हन के साथ फेरे लेने के लिये आगे बढ़ रहा था कि तभी हर्ष फायरिंग होने लगी। बंदूक और पिस्टल से एक के बाद एक गोली चलने लगी और पिस्टल की एक गोली सीधे दूल्हे सुनील वर्मा के सीने में जा लगी। दूल्हे को गोली लगने से वहां पर हड़कंप मच गया। आनन फानन मेंं दूल्हे को अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डाक्टरों ने दूल्हे को मृत घोषित कर दिया।
दरअसल, लखीमपुर खीरी के थाना नीमगांव इलाके के रामपुर गाँव में रूबी की शादी थी। दूल्हा सुनील वर्मा जनपद सीतापुर के थाना महौली इलाके के हाजीपुर गाँव से बारात लेकर वहां आया था। जलपान के बाद द्वारचार के लिये दूल्हन के घर की तरफ सभी बाराती चल पड़े। सभी खुशी में नाच गा रहे थे कि तभी हर्ष फायरिंग होने लगी। खुशी गम में उस वक्त बदल गई जब गोली सीधे दूल्हे के सीने में जा लगी और उसकी मौत हो गई।
दूल्हा सुनील मेडिकल लाइन में एमआर था। वहीं इस हादसे के बाद पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं दूल्हन रूबी अपनी किस्मत को कोश रही है कि उसकी खुशियां ग़म में बदल गई। दूल्हे की मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया और मामला दर्ज किया गया। वहीं फायरिंग करने वाले युवक रामचंद्र की तलाश की जा रही है। जिलाधिकारी ने कहा की हर्ष फायरिंग पर रोक लगने के बावजूद ये फायरिंग हुई है, जिस पर कार्रवाई की जायेगी।