गुरुग्राम: दिल्ली में रहकर गुरुग्राम में आकर चोरी करने वाले ठक-ठक गिरोह के 5 सदस्यों को काबू करने में एंटी चेन स्नेचिंग स्टाफ की टीम ने सफलता पाई है। इनके पास से काफी संख्या में चोरी किया हुआ व अन्य सामान भी बरामद किया गया है। पकड़े जाने के बाद इनसे जो खुलासा हुआ, वह भी चौंकाने वाला है। ये सभी आरोपी तमिलनाडु के रहने वाले हैं। फिलहाल ये अपना मकान लेकर दिल्ली के मदनगीरी में रहते हैं।
गुरुग्राम पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर ठक-ठक गिरोह के 5 सदस्यों को पकडऩे में सफलता हासिल की है। ये लोगों के दरवाजे खटखटाकर चोरी-लूट की घटनाओं को अंजाम देते थे। इनके पकड़े जाने के बाद इस बात का भी खुलासा हुआ कि अब ये ठक-ठक की बजाय चोरी का दूसरा पैंतरा आजमाने लगे थे।
यहां पुराने सीपी कार्यालय में गिरोह से पूछताछ के आधार पर शमशेर सिंह ने बताया कि जब से नोटबंदी हुई है, तब से लोगों ने गाडिय़ों में व अपने पास कैश कम ही रखना शुरू कर दिया है। डिजिटल ट्रांजेक्शन की वजह से उनके पर्स में नकदी नहीं होती। ऐसे में इन बदमाशों ने भी अपना पैंतरा बदलते हुए गुलेल के माध्यम से चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया। गुलेल से पत्थर चलाकर ये गाडिय़ों के शीशे तोड़ते हैं, फिर गाड़ी से सामान निकालकर फरार हो जाते हैं। जिस तरह से उनसे सामान बरामद हुआ है, इससे साफ जाहिर है कि इन्होंने गाडिय़ों में ज्यादा चोरियां की हैं। ये गाडिय़ों के शीशे तोड़कर, टायर पंक्चर करके व अन्य तरीकों से गाडिय़ों से लैपटॉप, बैग व अन्य कीमती सामान चुराते थे।
ठक-ठक गिरोह के 5 आरोपियों के पास से पुलिस ने 25 लैपटॉप, एक कार, एक बाइक, नकदी, मोबाइल, लेडिज पर्स व चोरी के लिए गाडिय़ों के शीशे तोडऩे के लिए गुलेल व अन्य चीजें बरामद की हैं। पुलिस टीम ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें दिल्ली के मदनगीरी निवासी भोला पुत्र रविदास, संजय पुत्र कृष्णा को तो वाटर वंडर पार्क नोएडा से गिरफ्तार किया गया। पुलिस रिमांड के दौरान इन्होंने उन लोगों का भी खुलासा किया, जिन्हें ये चोरी के लैपटॉप बेचते थे। चोरी के लैपटॉप खरीदने वाले आरोपी विनय वर्मा पुत्र राकेश निवासी मदनगीरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की दूसरी टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर संजू पुत्र अलमंदा निवासी मदनगीरी को पकड़ा। वहीं चोरी किए गए सोने को खरीदने वाले सुनार राजेश कुमार पुत्र देवी नारायण निवासी मदनगीरी को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस उपायुक्त सुमित कुमार ने एंटी चेन स्नेचिंग स्टाफ व अपराध शाखा-10 के इंचार्ज उप-निरीक्षण संदीप कुमार को इस गैंग को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी दी। एंटी चेन स्नेचिंग स्टाफ सुशांत लोक व अपराध शाखा-10 के इंचार्ज ने इस गैंग का काबू करने के लिए अपनी टीम को साथ लेकर सतर्कता के साथ कार्रवाई की। टीम को सूचना मिली कि भोला, संजय उर्फ संजू गाडिय़ों के शीशे तोड़कर सामान चोरी करने वाले गैंग के सदस्य हैं। वे चोरी की वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे हैं। इस पर इंचार्ज एंटी स्नेचिंग स्टाफ ने दो अलग-अलग टीमों का गठन किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे गाड़ी में सवार होकर दिल्ली से गुरुग्राम आते थे। यहां पहले गाडिय़ों की रेकी करते थे। जिस गाड़ी में कोई बैग या लैपटॉप रखा होता था तो उस गाड़ी के शीशे गुलेल से तोड़कर सामान चोरी कर लेते थे। पूछताछ में आरोपी संजू ने बताया कि वह अपने साथियों व कभी अकेला ही गुरुग्राम में चोरी के लिए आता था। उनके साथियों की गिरफ्तारी अभी बाकी है। आरोपियों ने पूछताछ में यह भी बताया कि वे नशा करने, जुआ खेलने व सट्टा लगाने के आदी हैं। ये शौक पूरे करने के लिए वे चोरी की घटनाओं को वारदातों को अंजाम देते थे।