रोहतक। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को साकार करने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में खूब सक्रियता दिखाई दे रही है। पहले जहां बेटियों को मात्र 10वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करते हुए शादियां कर दी जाती थी, आज वो सोच बदल रही है। आज बेटों की तरह बेटियों को भी अपने पांव पर खड़े होने का प्रेरणा देते हुए परिजन उन्हें लक्ष्य हासिल करने में पूरी मदद कर रहे हैं। इसलिए बेटियां हर क्षेत्र में खुद को सर्वश्रेष्ठ भी साबित कर रही हैं।
हम बात कर रहे हैं गांव खैरड़ी की निवासी सिमरन पुत्री इंद्रजीत अलारिया की, जिसने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी संस्थान पीआईईटी (पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) की ओर से आयोजित की गई ऑनलाइन परीक्षा में जिला रोहतक में पहला स्थान हासिल किया है।
खास बात यह है कि जिलाभर में परीक्षा तो अनेक विद्यार्थियों ने दी थी, लेकिन परीक्षा में सफलता सिर्फ सिमरन को ही मिली। रोहतक के विश्वकर्मा स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा सिमरन को पुरस्कार स्वरूप 25 हजार रुपए, एक प्रिंटर एवं स्कैनर संस्थान की ओर से दिया गया है। साथ ही संस्थान में उसे इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। अपनी उपलब्धि से गदगद सिमरन 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद इंजीनियरिंग ही करना चाहिए है।
सिमरन के कजन ब्रदर ब्रिजेश अलारिया के मुताबिक सिमरन की इस उपलब्धि पर पैतृक गांव खैरड़ी में उसे सम्मानित भी किया गया। सिमरन को मुख्य अतिथि डा. बीआर अंबेडकर एजुकेशन सोसायटी कलानौर के सदस्य सुरेश मेहरा, सोसायटी के इंचार्ज संदीप डेहमा, गांव खैरड़ी के सरपंच भूपेंद्र सहरावत, ग्रामीण अशोक दुगगल, डा. अजय कटारिया, सुरेंद्र अलारिया, कुलदीप अलारिया, बलजीत अलारिया और डा. बीआर अंबेडकर यूथ क्लब खैरड़ी के पदाधिकारियों ने सम्मानित किया। सिमरन के उज्जवल भविष्य के लिए सभी ने शुभकामनाएं दी।
[हिंद न्यूज टीवी के लिए अभिषेक]