गुरुग्राम : वार्ड नंबर 10 के पूर्व पार्षद मंगतराम बागड़ी के सगे भाई रविंद्र कुमार बागड़ी को अवैध शराब के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यही नहीं इससे पहले रविंद्र बागड़ी के बेटे को भी पुलिस ने अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया था। इनके खिलाफ सेक्टर-5 पुलिस थाने में केस दर्ज है। पहले भतीजा और अब भाई के अवैध शराब के मामले में मंगतराम बागड़ी एवं उनकी पार्षद पुत्रवधु शीतल बागड़ी की छवि खराब हुई है। वहीं लोग इसे बीजेपी से जोड़कर भी कटाक्ष करने से नहीं चूक रहे क्योंकि बागड़ी बीजेपी में मंत्री नरबीर सिंह गुट के नेताओं में शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार यहां वार्ड नंबर 10 के लक्ष्मण विहार में बीजेपी के पूर्व पार्षद मंगतराम बागड़ी का भाई रविंद्र कुमार बागड़ी एक स्कूटी (नंबर- डीएल-12-एसटीसी-0111) पर सवार होकर दौलताबाद फ्लाईओवर के नीचे से आ रहा था। स्कूटी पर आगे तो नंबर प्लेट लगी थी, लेकिन पीछे की प्लेट हटाई गई थी। उसकी स्कूटी पर पांवों के बीच में एक बैग रखा था। इसी दौरान इसी क्षेत्र के एक युवा नेता प्रशांत भारद्वाज ने आगे जाकर उसकी स्कूटी रुकवाई। स्कूटी पर रखे बैग की जब उन्होंने तलाशी ली तो उसमें से अंग्रेजी शराब की बोतलें मिली। माना जा रहा है कि कई दिनों से रविंद्र बागड़ी की रेकी की जा रही थी, इसलिए आज पुलिस भी मौके पर ही मौजूद थी। पुलिस के सामने ही प्रशांत भारद्वाज ने उसकी स्कूटी की तलाशी ली। स्कूटी की सीट के नीचे बनी जगह से भी शराब की बोतलें बरामद की गई। पुलिस की मौजूदगी में यह सारी तलाशी प्रशांत भारद्वाज ने ली। तलाशी लेने के बाद उसकी स्कूटी को साइड में लगवाकर जिप्सी में बिठाया गया। हालांकि इस दौरान भी पुलिस मूकदर्शक सी बनी रही। सारी कार्रवाई प्रशांत भारद्वाज खुद ही कर रहे थे। बातचीत में प्रशांत भारद्वाज ने बताया कि कई साल से इलाके में अवैध शराब की बिक्री का धंधा बागड़ी का भाई व भतीजा करते आ रहे हैं। भतीजा तो निगम चुनावों से पहले पकड़ा गया था। उन्हें सूचना मिली थी कि रविंद्र बागड़ी अवैध शराब लेकर लक्ष्मण विहार की ओर आ रहा है। उन्होंने इसकी सूचना तुरंत सेक्टर-4 पुलिस चौकी को दी। उनका कहना है कि इनकी करतूतों के कारण क्षेत्र में नशा करके झगड़े बढ़ रहे हैं। वहीं महिलाएं असुरक्षित हुई हैं। उन्होंने मंगतराम बागड़ी पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी नाक के नीचे यह सब हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का अवैध काम क्षेत्र में नहीं होने दिया जाएगा। इस तरह के अभियान वे भविष्य में भी जारी रखेंगें।
यहां लक्ष्मण विहार में अवैध शराब के साथ मंगतराम बागड़ी का भाई रविंद्र बागड़ी के पकड़े जाने के बाद पुलिस की जो भूमिका थी, वह भी संदेह के घेरे में है। ऐसा लग रहा था कि पुलिस का अधिकारी प्रशांत भारद्वाज है। वही सारी प्रक्रिया को कर रहा था। उसकी स्कूटी की तलाशी लेने से लेकर उसे पुलिस की जिप्सी में बिठाने तक प्रशांत भारद्वाज ही आगे बढ़कर काम करता रहा। यहां तक कि उसने रविंद्र बागड़ी को पकड़कर जिप्सी में बिठाया। बेहद ही शांत स्वभाव से खड़ी पुलिस को देखकर ऐसा नहीं लगा कि पुलिस इस मामले में कोई दिलचस्पी ले रही है। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि पुलिस के सामने एक व्यक्ति पुलिस की तरह सारी कार्रवाई कर रहा था। उसकी स्कूटी रुकवाने से लेकर सेक्टर-4 पुलिस चौकी में ले जाने तक फेसबुक पर प्रशांत भारद्वाज के साथियों द्वारा लाइव दिखाया गया। साथ ही कमेंट किए जाते रहे। बीजेपी को भी भ्रष्ट सरकार बताते रहे। पुलिस चौकी में पहुंचने के बाद भी पुलिस के सामने प्रशांत भारद्वाज उसके साथ बहस करते रहे और उसे पकड़कर एक तरफ बिठाने का प्रयास करते रहे। सगे भाई के अवैध शराब के साथ पकड़े जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व पार्षद मंगतराम बागड़ी ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि वह उनका सगा भाई है। लेकिन पिछले 25-30 साल से उनसे उनका कोई संबंध नहीं है। उन्हें शक है कि प्रशांत और उनका भाई रविंद्र बागड़ी उनकी छवि खराब करने के लिए मिले हुए हैं।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए गुरुग्राम से अभिषेक