देश इस समय आरक्षण की आग में जल रहा है, अभी कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण के नियमों में कुछ बदलाव किया था, जिसके बाद दलित संगठनों ने भारत बंद करते हुए हिंसक आंदोलन किया था। इस दौरान देश के कई हिस्सों में आगजनी की गई जिससे कई करोड़ की संपति जलकर खाक हो गई। कई लोगों को अपनी जानें गवानी पड़ी, प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए सारे मामले पर काबू पाया और जन जीवन को फिर से पटरी पर लाया गया।
लेकिन मध्यप्रदेश में जिला अस्पताल का ऐसा वाकया देखने को मिला, जिसने प्रशासन को सवालों के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। आपको बता दें मध्यप्रदेश में कांस्टेबलों की भर्ती चल रही है। इस भर्ती प्रक्रिया के दौरान एसटी-एससी के अभ्यर्थी भी शामिल थे। स्वास्थ्य परीक्षण के समय आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों के सीने पर एसटी-एससी लिख दिया गया ।
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इस दौरान जिला अस्पताल का मेडिकल बोर्ड और पुलिस विभाग के कर्मचारी अधिकारी भी मौजूद थे। वहीं पूरा मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक अमले मे हडकंप मचा हुआ है और अब अधिकारी जाँच करवाने और दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं । पूरे मामले में सीएमएचओ डॉक्टर आर सी पनिका का कहना है कि, यह गंभीर मामला है, ऐसा नही होना चाहिए। इस पूरे मामले की कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने जांच के आदेश दे दिए हैं ।
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