लाल किले के रखरखाव की जिम्मेदारी डालमिया ग्रुप को देना विपक्ष को कुछ रास नहीं आ रहा। दरअसल, कांग्रेस तो पहले इसका विरोध कर ही रही थी, लेकिन अब पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी मैदान में उतर आई है। ममता ने मोदी सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए इस दिन को इतिहास का दुखद और काला दिन करार दिया है। ममता ने मोदी सरकार पर सवाल दागा है कि वो ऐतिहासिक लाल किले की भी देखरेख नहीं कर सकती।
लाल किले को डालमिया ग्रुप को दिए जाने पर कांग्रेस की तरफ से भी कड़ा ऐतराज जताया गया है। क्रांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा का कहना है कि ‘ वे ऐतिहासिक धरोहर को एक निजी उद्योग समूह को सौंप रहे हैं। भारत और इसके इतिहास को लेकर आपकी क्या परिकल्पना है और प्रतिबद्धता है। दरअसल, ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ स्कीम के आधार पर डालमिया ग्रुप को मोदी सरकार ने 5 साल के लिए कॉन्ट्रेक्ट पर दे दिया है। जिसका विरोध कांग्रेस और ममता बनर्जी कर रही है।
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ‘मोदी सरकार हमारे ऐतिहासिक लाल किले की देखरेख क्यों नहीं कर सकती है? लाल किला हमारे राष्ट्र का प्रतीक है। यह वह जगह है, जहां पर स्वतंत्रता दिवस के दिन तिरंगा लहराया जाता है। यह हमारे इतिहास का दुखद एवं काला दिन है।’