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क्या देश की भावनाएं मर गई गीता के लिए- गिरिराज सिंह

क्या देश की भावनाएं मर गई गीता के लिए- गिरिराज सिंह

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देश में दिन-प्रितदिन रेप की घटनाएं बढ़ती जा रही है, दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 11 साल की मासूम बच्ची के साथ मदसरे के मौलवी ने हैवानियत की सारी हदे पार कर दी, उसने मासूम के साथ दुष्कर्म किया और उसे कमरे में बंद कर दिया, पुलिस ने हैवान मौलवी को शुक्रवार को हिरासत में ले लिया, बताया जा रहा है कि मौलवी के साथ एक नाबालिक भी इस जघन्य अपराध में शामिल है ।

11 साल की मासूम के साथ हुए इस हैवानियत पर सियासत गरमाती नजर आ रही है, यौन शोषण के मामले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि, मोहम्मद अली जिन्ना के समर्थक जब कठुआ गैंगरेप हुआ था तो सड़कों पर आ गए थे, मोमबत्तियां जला रहे थे लेकिन अब उन्हे क्या हुआ गीता के साथ जो मौलवी ने किया उस पर सब खामोश क्यों हैं । गिरिराज सिंह ने कहा कि जिन्ना के समर्थक इस तरह से चुपी साधकर देश को बांटने का काम कर रहे हैं ।

वहीं दूसरी तरफ गिरिराज सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर वंदे मातरम राष्ट्रगीत का सम्मान ना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, राहुल की मानसिकता भी एम आई एम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के जैसी है, क्योंकि वो भी राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान का सम्मान नही करते हैं । साथ ही गिरिराज सिंह ने कहा कि इस देश को कुछ लोग बांटने का प्रयास कर रहे हैं, कुछ लोग जिन्ना के प्रतिनिधि बनकर जब देश में कठुआ मामला हुआ, तो उसमें धार्मिक संप्रदाय और धार्मिक उन्माद देखा जाता है ।

गिरिराज सिंह  ने कहा कि लेकिन जब गाजियाबाद में गीता के साथ हुआ तो लोगों के आंसू लोगों का गुस्सा कहा खो गया, क्या लोगों का खुन इसलिए नहीं उबला क्योंकि गीता हिंदू लड़की थी, इस मामले में लोगों का जुबान क्यों बंद हो गई, इस मामले में ना कोई बहस हुई और ना कोई रोड पर निकला, यह देश के लिए घातक सूचक है ।

 

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