जोधपुर के स्पेशल कोर्ट ने 5 साल पुराने यौन शोषण मामले में आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू का दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है, जैसे ही कोर्ट में जज ने सजा का एलान किया आसाराम की आँखों से आसू की नदियां बहने लग गए, आसाराम कोर्ट रुम में ही रोने लग गए । इस मामले में आरोपी शिल्पी और शरतचंद्र को 20-20 साल की सजा सुनाई है, जबकि दो को कम उम्र का हवाले देते हुए कोर्ट ने उन्हे रिहा कर दिया, कोर्ट के इस फैसले के बाद ये तो अब साफ हो गया है कि आसाराम की आगे की जिंदगी सलाखों के पीछे ही कटने वाली है ।
आपको बता दें कोर्ट में सजा के एलान के बाद आसाराम राम को नाम जपते हुए नाटकीय अंदाज में हसने लगा और जज से रहम की गुहार लगाने लगा, उसने जज से कहा कि अब मैं बूढ़ा हो गया हूँ, मुझपर थोड़ा तो रहम कीजिए, लेकिन जज ने आसाराम की बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, आसाराम की पैरवी 14 वकील कर रहे थे, आसाराम ने कोर्ट रुम में मौजूद वकीलों के कंधों पर हाथ रखकर कहा कि, कोई कुछ तो बोलो, ऐसे शान्त खड़े ना रहो । सुरक्षा की दृष्टीकोण से जेल में ही कोर्ट रुम लगाई गई, जज मधुसूदन मामले की सुनवाई कर रहे थे, वो आदालत के वक्त पर ही जेल में गए और आरोपियों को तलब किया ।
सुरक्षा की दृष्टी से जोधपुर में चपे-चपे पर पुलिस की तैनाती थी, रेलवे स्टेशन भी बंद कर दिए गए थे, क्योंकि आसाराम को दोषी करार दिए जाने के बाद उसके भक्तों में काफी रोष है, कहीं कोई बड़ी दुर्घटना ना घटित हो इसलिए सुरक्षा के चाक चौबन्द किए गए थे ।