सरकार, सरकारी एम्बुलेंस सेवा को बेहतर बनाने के लिए चाहे जितने भी जतन कर रही है, लेकिन सरकारी एम्बुलेंस पर सवार ड्राइवर और स्टाफ सुधरने के लिए तैयार नहीं हैं, ये ही लोग हैं, जो सरकार का नाम खराब कर रहे हैं, ऐसा ही मामला फिर सामने आया है, जहां मेरठ मे एक सरकारी एम्बुलेंस के ड्राइवर ने मरीज को घर ले जाने से साफ़ इंकार कर दिया। दरअसल मामला, खरखौंदा निवासी एक महिला को जिला अस्तपाल में बच्चा हुआ, लेकिन सुबह ही अस्पताल ने जच्चा बच्चा की छुट्टी कर दी, जिसके बाद तीमारदारों ने 102 एम्बुलेंस को कॉल करके बुलाया, लेकिन ड्राइवर ने जच्चा बच्चा को ले जाने से इंकार कर दिया, परिजनों का आरोप है, कि ड्राइवर ने एक मरीज को न ले जाने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया और सुबह से शाम कर दी लेकिन नहीं लेकर गया, मीडिया के आने के बाद ड्राइवर मरीजों को लेकर गया, आप इस बात से ही अंदाजा लगा सकते हैं, कि इमरजेंसी सेवाएं देने वाली तत्काल मौके पर पहुंचने का दम भरने वाली एम्बुलेंस की क्या सचाई है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए मेरठ से पंकज गुप्ता