सरकारी अस्पतालों की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक महिला को अस्पताल के शौचालय में अपने बच्चे को जन्म दियाए वैसे तो इसे व्यवस्था की त्रासदी ही कहेंगे । दरअसल एक गर्भवती महिला को मरीजों की लंबी लाइन की वजह से अस्पताल के शौचालय में प्री-मैच्योर बच्चे को जन्म दिया, वैसे तो महिला यहां अपना चैकअप कराने आई थी, लेकिन एकाएक दर्द उठने की वजह से उसकी हालत गंभीर हो गई, लेकिन उसकी मदद के लिए कोई नहीं आया । शौचालय में बच्चे के जन्म की सूचना से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई, बाद में डॉक्टरों ने महिला को वार्ड में दाखिल कर इलाज शुरू कर दिया ।
हालांकि बताया जा रहा है कि, महिला ने डॉक्टर को दिखाने के लिए कहा था, लेकिन लंबी लाइन होने की वजह से वह डॉक्टर को नहीं दिखा पाई, दर्द होने की स्थिति में शौचालय चली गई, जहां बच्चे को जन्म दे दिया । डाक्टरों का कहना है कि, मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है, इस वजह से लाइन भी लंबी रहती है । उनका मानना है कि ऐसा नहीं हो सकता कि स्टाफ मरीज की सहायता न करें, डाक्टरों का कहना है कि, पूरे स्टाफ को हिदायत दी हुई है कि, गंभीर मरीज को लाइन में न लगने दिया जाए ।
तो वहीं इस मामले में सिविल अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रदीप शर्मा का कहना है कि, गर्भवती महिला अस्पताल में आई थी, वह चार से पांच माह की गर्भवती थी, जब वो शौचालय गई, तो वहां उसने बच्चे को जन्म दे दिया, जोकि प्री.मैच्योर बेबी था । महिला को अस्पताल में एडमिट कर लिया गया है और उसका इलाज किया जा रहा है।
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए गुरुग्राम से अभीषेक अग्रवाल