निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रामानंद पुरी की गतिविधियों को लेकर निरंजनी अखाड़े और महंत रामानंद के बीच विवाद अब और भी जयादा गहरा गया हैं |अखाड़े के महंतों ने महंत रामानंद पुरी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए| वहीँ, अखाडा परिषद् के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने अखाड़े के सचिव महंत रामानंद पुरी द्वारा देरादून में प्रेस वार्ता कर लगाए जा रहे बंधक बनाने के आरोपों का भी खंडन किया है अखाड़े के महंत रविंदर पुरी और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी अखाड़े के सभी पदाधिकारियों के साथ मीडिया के सामने आए, और महंत रामानंद पुरी के सभी आरोपों को गलत बताया | महंत ने कहा कि इस पूरी साजिश में दिल्ली के एक पूर्व विधायक सुरेन्द्र कुमार, दीपक कुमार उनकी पत्नी और देहरादून की नीलम नाम की महिला शामिल हैं| जिन्होंने रामानंद पुरी को अपने कब्जे में ले रखा है| एक महीने पहले ही हरिद्वार में कुम्भ मेला को लेकर अखाड़े में हुई बैठक में खुद रामानंद पुरी भी उपस्थित थे,जिन्हें कुम्भ मेला का इंचार्ज बनाया गया था | अचानक ही रामानंद पुरी खुद को अपहृत किये जाने और बंधक बनाने के आरोप लगा रहे हैं, जो कि बेबुनियाद हैं | उन्होंने महंत रामानंद पुरी पर ज्वालापुर में चला रहे रामानंद इंस्टीट्यूट को लेकर सवाल उठाये और बताया कि उन पर 20 से ज्यादा चेक बाउंस के व अन्य मुकदमे भी चल रहे है | उंन्होने कहा कि अखाड़े को शक है कि पूर्व विधायक, दीपक और उसकी पत्नी व देहरादून की नीलम नाम की महिला उन्हें 10-15 दिनों से ड्रग्स दे रहे है जिससे उनकी मानसिक हालात बिगाड़ कर उनसे इस तरह के बयान दिलाव रहे हैं | उंन्होने कहा कि इन चारों ने ही रामानंद पुरी को बंधक बना कर रखा हुआ है और इन्हीं से उनकी जान को खतरा हैं | इन चारों के खिलाफ रामानंद पुरी को ड्रग्स और बंधक बनाए जाने की जांच कराने की मांग की है ।
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए हरिद्वार से देवेश सागर