प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय विदेश यात्रा के दौरना वो पहली बार स्वीडन की यात्रा पर पहुंचे । जहां भारत के प्रधानमंत्री की स्वीडन यात्रा लगभग तीन दशकों के अंतराल के बाद हो रही है। प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि स्वीडन में हमारे गर्मजोशी भरे स्वागत और सम्मान के लिए मैं प्रधानमंत्री लवैन का और स्वीडन की सरकार का ह्रदय पूर्वक आभार प्रकट करता हूँ । इस दौरान उन्होने दोनो देशों के बीच हुए समझौते और भारत के साथ पुराने संबध का जिक्र करते हुुए कहा भारत के मेक इन इंडिया मिशन में स्वीडन शुरू से ही मजबूत भागीदार रहा है। 2016 में मुंबई में हमारे मेक इन इंडिया कार्यक्रम में प्रधानमंत्री लवैन स्वयं बहुत बड़े बिजनेस डेजीेलेशन के साथ शामिल हुए थे। भारत से बाहर मेक इन इंडिया का सबसे प्रमुख कार्यक्रम भी पिछले वर्ष अक्टूबर में स्वीडन में आयोजित किया गया था। हमारे लिए ये बहुत हर्ष और गर्व का विषय है की स्वयं प्रधान मंत्री श्री लवैन इसमें शामिल हुए थे। मैं मानता हूँ कि आज की हमारी बातचीत में सबसे प्रमुख विषय यही थी कि भारत के विकास से बन रहे अवसरों में स्वीडन किस प्रकार भारत के साथ win-win पाटर्नरशीप कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप आज हमने एक इनवोकेशन पाटर्नरशीप और एक्शन प्लान पर सहमति की है।
उन्होने कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों का एक और मुख्य स्तंभ है हमारा रक्षा और सुरक्षा सहयोग। रक्षा क्षेत्र में स्वीडन बहुत लंबे समय से भारत का साझेदार रहा है। और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी इस क्षेत्र में, विशेष रूप से रक्षा उत्पादन में, हमारे सहयोग के लिए कई नए अवसर पैदा होने वाले हैं ।
हमने अपने सुरक्षा सहयोग, विशेष रूप से साइबर सुरक्षा सहयोग, उसे और मजबूत करने का निर्णय लिया है। एक और बात जिस पर हम सहमत हैं, वह है कि हमारे संबंधों का महत्त्व क्षेत्रीय और वैश्विक पटल पर भी हो। अंतर्राष्ट्रीय मंच पर हमारा बहुत क़रीबी सहयोग है, और आगे भी जारी रहेगा।