जहां सरकार बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के दावे करती है, तो वहीं सरकार के सभी दावे महिला की सुरक्षा के प्रति फेल होते नजर आ रहे हैं, आपको बता दें कि मामला सहारनपुर के एक छोटे से गांव का जहां गावं के कुछ लड़के कॉलेज जा रही एक लड़की को आए दिन छेड़छाड़ कर परेशान किया करते थे जिससे तंग आकर उस लड़की ने कॉलेज जाना छोड़ा दिया, जब इस मामले में लड़की के परिजन को मालूम हुआ, तो परिवार ने बेटी को पढ़ाने के लिए दबंगो के खिलाफ आवाज उठाई, तो इस पर दबंगों ने उस लड़की के परिवार को बेहरमी से पीटा और जब पीड़िता के परिवार ने पुलिस से शिकायत की लेकिन पुलिस ने भी उस पीड़ित परिवार की नहीं सुनी, और इसके बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस के आला अधिकारीयों को बताया कि माफिया दबंगों ने लड़की के चाचा को जिंदगी भर के लिए अपाहिज बना दिया, और जब इसके बाद भी उन दबंगों का मन नहीं भरा तो पीड़िता को जान से मारने की धमकी दे डाली, अब क्या सरकार ऐसे पुलिस अधिकारियों पर कारवाई करेगी, पूरा मामला सहारनपुर कोतवाली बेहट क्षेत्र के गांव करौंदी से एक पलायन की घटना सामने आई है, इस गांव से एक पूरे परिवार ने पलायन कर दिया। आरोप है कि गांव के ही कुछ दबंग लोगों ने इस परिवार के लड़के की सरिया से पिटाई की थी, और उसके बाद आरोपी हमलावरों ने पीड़ित परिवार के सदस्यों को मुकदमा वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी भी दी, जिस वजह से पूरे परिवार को गांव से पलायन करना पड़ा, इस घटना से जिला पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया, और पुलिस क्षेत्राधिकारी ने परिवार के सदस्यों से मिलकर गांव वापस लौटने की बात कही। तथा पुलिस ने इस परिवार का यह भी भरोसा दिलाया है
कि पूरे परिवार को उनके पैतृक गांव में सुरक्षित माहौल दिया जाएगा, लेकिन फिलहाल परिवार के सदस्यों ने गांव वापस लौटने से इंकार कर दिया है। इस पूरे परिवार को फतेहपुर थाना क्षेत्र के गांव इब्राहिमपुर में शरण मिली है। आपको बता दें कि ये छेड़छाड़ की घटना है, पीड़ित परिवार के मुताबिक 3 माह पहले 6 जनवरी को गांव के ही कुछ युवकों ने स्कूल जा रही इस परिवार की बेटी के साथ छेड़छाड़ कर दी थी और जब लड़की के भाई अनुज शर्मा ने इस घटना का विरोध किया तो आरोपी युवकों ने अनुज पर सरियों से हमला बोल दिया। उस दौरान अनुज की बेरहमी से पिटाई की गई थी, और इस हमले में अनुज की कई हड्डियां टूट गईं थी जिसे इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया था, और इस घटना के बाद पीड़ित अनुज के भाई त्रिलोक चंद ने किसी गांव के तीन भाई अजीत, गौरव, सचिन और विजय के अलावा दो भाई सतपाल व ज्वाला के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी थी। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था जबकि बाकी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी । अब पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस नामजद आरोपियों में से कुछ आरोपियों को रियायत देने की कोशिश में है, और नाम निकालने की तैयारी की जा रही है। आरोप यह भी है कि इस घटना के आरोपी और उसके परिवार के लोग अब पीड़ित परिवार पर मुकदमे में फैसले का दबाव बना रहे हैं। और बार बार धमकी दे रहे हैं कि अगर उन्होंने अपना मुकदमा वापस नहीं लिया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। पीड़ित परिवार के मुताबिक इसी डर से उन्होंने गांव से पलायन कर दिया है और ट्रैक्टर-ट्रॉली में अपने घर का सारा सामान भरकर वह फतेहपुर थाना क्षेत्र के गांव करौंदी में चले आए हैं। पीड़ित परिवार के सदस्यों का यह भी कहना है कि उन्होंने सहारनपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी इस पूरे मामले की शिकायत की थी, और आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी, अब यह परिवार इब्राहिमपुर के रहने वाले केहर सिंह, धर्मपाल और सरदार सिंह आदि ने इस परिवार को गांव में शरण दी है। इस पर एसपी देहात विद्यासागर मिश्रा का कहना है, कि 3 महीनें पहले जो घटना हुई थी, उसमें निष्पक्ष जांच चल रही है, दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, बाकी की जांच कराई जा रही है परिवार किन कारणों से गांव से पलायन कर गया इसके लिए परिवार से बात की जा रही है गांव के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है, और परिवार को दोबारा इसी गांव में लाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए सहारनपुर से जोगिन्दर कल्यान