विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में प्रवीण तोगडिया को बड़ा झटका लगा है उन्हे अध्यक्ष पद की कुर्सी गवानी पड़ी विश्व हिंदू परिषद के 52 साल के इतिहास में पहली बार अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में विष्णु सदाशिव कोकजे को जीत के बाद अध्यक्ष घोषित किया गया । हिंदुत्व का बड़ा चेहरा माने जाने वाले प्रवीण तोगड़िया के नजदीकी राघव रेड्डी के खिलाफ चुनाव लड़ते हुए कोकजे ने बड़ी जीत हासिल की इस चुनाव में 192 वोट डाले गए जिसमें से 131 वोट विष्णु सदाशिव को मिले और सिर्फ 60 वोट राघव रेड्डी को मिले ।
विष्णु सदाशिव कोकजे हिमाचल प्रदेश के पूर्व गवर्नर एवं मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व जज रह चुके है उनका जन्म 6 सितंबर 1939 को मध्य प्रदेश में हुआ था वो इंदौर से एलएलबी करने के बाद 1964 में लॉ की पैक्टिस शुरु कर की । वहीं चुवाव से पहले तोगड़िया कैंप की ओर से आरोप लगाया गया कि विष्णु सदाशिव कोकजे का हिंदुत्व से कोई लेना-देना नहीं है। वो हिंदुत्व विचारधारा को नहीं मानते है ऐसे में उन्हे इस पद रखना उचित नहीं है। आपको बतादें कि 1964 में ही विष्व हिंदू परिषद की स्थापना हुई थी । ये चुनाव इसलिए भी खास रहा क्योंकि 52 साल के बाद पहली बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए है इसके साथ ही प्रवीण तोगड़िया के बीजेपी और आरएसएस से सबंध खराब होने के बाद से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि अगले अध्यक्ष की जल्द घोषणा हो सकती है चुनाव से पहले तोगड़िया ने आरोप लगाया था कि बीएचपी की वोटर लिस्ट में 40 फर्जी वोटर है। हालांकि परिषद के महामंत्री ने कहा कि प्रवीण तोगड़िया के साथ आए कुछ बाहरी लोगों ने वीएचपी के दफ्तर में आकर धक्का-मुक्की की और चुनाव बाधित करने का प्रयास किया ।