जिले के दुबौलिया थाने के एसआइ दिनेश चंद्र मिश्रा को आरोपित पक्ष से घूस मांगने के आरोप में एसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया, उनके विरुद्ध थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा भी पंजीकृत किया गया है। जनवरी माह में दुबौलिया थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने अपनी पुत्री के अपहरण का मामला थाने में दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपित सूरज नाम के युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, इस मामले की विवेचना थाने के एसआइ दिनेश चंद्र मिश्रा को मिली थी। इसी बीच अप्रैल माह में आरोपी के चाचा ओमप्रकाश ने एसपी को शिकायत पत्र देकर आरोप लगाया था कि विवेचक की ओर से उनसे घूस मांगी जा रही है। और घूंस न देने पर उन्हें मामले में फंसाने की धमकी दी गई है। इस पर उन्होंनें एसपी को एक ऑडियो भी सुनाया जिसमें एसआइ उनसे रकम की मांग कर रहे हैं। एसपी ने मामले की जांच सीओ कलवारी अरविंद वर्मा को सौंपी। सीओ की जांच में आरोपित एसआइ प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए। सीओ की रिपोर्ट मिलने के बाद एसपी ने आरोपित दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर थाने में ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दे दिया, बुधवार की देर रात दुबौलिया पुलिस ने दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता ओमप्रकाश ने तहरीर दी है और इस पर एसपी ने कहा कि शिकायतकर्ता ने दरोगा पर घूस मांगने का आरोप लगाया, जिस मामले की जांच सीओ कलवारी से कराई गई थी, और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है। जिसमें कि दोषी पाए जाने पर दरोगा दिनेश चंद्र मिश्रा को सस्पैंड कर दिया गया है, और उनके खिलाफ मुकदमा चलाये जाने का आदेश दिया गया है, दरोगा पर मुकदमे को रफा दफा करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए बस्ती से सतीश श्रीवास्तव