हमारे देश को अगर जरूरत है तो वो है सख्त कानून की जहां अपराधियों ,भ्रष्टाचारियों और घोटाले बाजों पर कानून का शिकंजा हो चाहे वो राजनीतिक दल के नेता हो या फिर बड़े उद्दोगपति हो। लेकिन ये लोग देश को करोड़ों का चूना लगाने के बाद भी आसीन पद पर विराजमान रहते है और कोर्ट इन्हे आसानी से जमानत भी दे देता है। ऐसे में हमे पाकिस्तान से कुछ सीख लेनी चाहिए जहां सर्वोच्च न्ययालय ने एक प्रधानमंत्री को पद से इस लिए हटाने का आदेश दिया क्योंकि वो भ्रष्टाचार में आरोपी पाया गये । पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का पानामा पेपर्स में नाम आने के बाद से उनके राजनीतिक कैरियर पर सवाल उठ रहे थे जिसके बाद पिछले साल पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने नवाज शरीफ को पीएम पद के लिए अयोग्य ठहरा दिया था जिसके बाद उन्हे पीएम पद की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी इस क्रम में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए ऐतिहासिक फैसला सुनाया है जिसमे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर आजीवन राजनीतिक करियर पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसके बाद उनका राजनैतिक करियर पूरी तरह से खत्म हो गया । कोर्ट ने संविधान की धारा 62 (1 एफ ) के तहत उन पर प्रतिबंध लगाया है सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर किसी भी संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति को संविधान की धारा 62 (1 एफ) के तहत अयोग्य करार दिया गया है तो वह आजीवन अयोग्य ही रहेगा इस फैसले के बाद नवाज शरीफ अब जिंदगी भर किसी भी सार्वजनिक पद पर नहीं बैठ सकते और ना ही चुनाव लड़ सकते हैं डॉन न्यूज के मुताबिक 5 जजों की बेंच ने सर्वसम्मति से यह आदेश दिया है। सीफ जस्टिस ने कहा कि देश और देशवासियों को अच्छे चरित्र वाले नेताओं की जरुरत है। वहीं अगर हम अपने देश की बात करें तो देश में कई राज्यों के नेता और विधायक दागी हैं कुछ राज्यों में तो 72 फीसदी नेता दागी हैं जिसमे यूपी सबसे अव्वल है। ऐसे में सवाल ये है कि हमारे देश का कानून कब सख्त होग और दागी नेताओं पर कब प्रतिबंध लगेगा ।