बीते 2 अप्रैल को यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में ,सुप्रीम कोर्टके एससी एसटी एक्ट पर आये फैसले को लेकर, दलितों के भारत बंद आन्दोलन के दौरान हुई हिंसा पर पुलिस अब हरकत में आ गई हैं | पुलिस दंगाइयों को हिंसा के मामले में बख्शने के मूड में नहीं है जिसके चलते पुलिस ने सोशल मीडिया पर चली फोटो और वीडियो फुटेज के आधार पर अब तक 400 लोगों को चिन्हित करके सैकड़ों लोगों को जेल भेज चुकी हैं | जिसके चलते बसपा ,जिलाध्यक्ष कमल गौतम को कोर्ट ने १४ दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया हैं | शुक्रवार को, मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा मामले में पुलिस की कार्यवाही से नाराज बहुजन समाज पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद राजपाल सैनी, पूर्व सांसद कादिर राणा ,पूर्व विधायक नूर सलीम राणा उर्फ पप्पू राणा और पूर्व जिलाध्यक्ष रामनिवास पाल के साथ दर्जनों बसपा नेता SSP से मुलाकात करने पहुंचे| जिसमें बसपा नेताओं का आरोप था कि पुलिस निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्यवाही कर रही है जबकि SSP ने उन्हें निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्रवाई ना करने और दोषियों को ना बख्शने का आश्वाशन दिया | वहीँ, जब बसपा नेता एसएसपी कार्यालय पहुंचे तभी बुढ़ाना, भाजपा विधायक उमेश मलिक भी एसएसपी कार्यालय पहुचें | विधायक उमेश मलिक को देखते ही बसपा के पूर्व सांसद राजपाल सैनी ने सत्ताधारी विधायक पर व्यंग करते हुए कहा कितने भी तू कर ले सितम हंस हंस के सहेंगे हम साथ ही कहा की अगर हमारी सरकार सत्ता में आती है तो हम आपको बहुत ज्यादा सम्मान देंगे बसपा नेताओं का इशारा था कि मुजफ्फरनगर में जो सब हो रहा है वह सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर हो रहा है | वहीँ, भाजपा विधायक ने एसएसपी कार्यालय से बाहर आकर मीडिया से रूबरू होते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कहीं |
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए मुज़फ्फरनगर से विशाल प्रजापति