मुज़फ्फरनगर में 2 अप्रैल को एससी/एसटी एक्ट में किये गए संशोधन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आये फैसले को लेकर हो रहे भारत बंद प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए वीडियो फुटेज के आधार पर 27 लोगो को गिरफ्तार कर लिया हैं। जिन्हें एसीजीएम की कोर्ट में पेश किया गया । कोर्ट ने उन 27 दंगाइयों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। सभी आरोपियों पर थाने में तोड़फोड़ आगजनी पथराव फायरिंग सहित संगीन धाराओ में मुकदमे दर्ज किए गए हैं | आपको बता दें कि दलित समाज ने देश की सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ 2 अप्रैल को भारत बंद का ऐलान किया था जिसको लेकर पूरे भारत में जगह जगह प्रदर्शन हुए | यूपी के मुज़फ्फरनगर जिले में भी दलित समाज के लोगों का प्रदर्शन हुआ जो कि उग्र रूप में बदल गया | प्रदर्शनकारियों ने, न सिर्फ ट्रेन रोकी बल्कि जबरदस्ती लोंगों के साथ मारपीट करके बाजार बंद कराया । उसी दौरान व्यापारियों के साथ मारपीट शुरू कर दी जिसको लेकर पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया जिसे देखकर भीड़ इतनी उग्र हो गयी कि उन्होंने थाने पर हमला बोल दिया और थाने परिसर में खड़ी गाड़ियों, बैंक के बाहर खड़ी कैश वैन, सरकारी गाड़ियों व रोडवेज बसों को आग के हवाले कर दिया, साथ ही बैंक एटीएम को लूटने का भी प्रयास किया | इसी दौरान दंगाईयो की गोली का शिकार अमरेश नाम का एक प्रदर्शनकारी हो गया । पुलिस ने अब कार्यवाही करते हुए 27 लोगो को वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तार कर लिया हैं । नई मंडी पुलिस ने शाहरुख समेत 27 दंगाईयो को एसीजीएम सेकेंड की कोर्ट में पेश किया जहाँ से कोर्ट ने इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है ।बाकी पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गयी हैं |
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए मुज़फ्फरनगर से विशाल प्रजापति