यूपी के मुजफ्फरनगर में राजकीय जिला महिला चिकित्सालय में उस समय हड़कंप मच गया, जब 3 दिन पहले पैदा हुए एक नवजात नवजात शिशु की अचानक मौत हो गई, जिसके बाद मृतक बच्चे के परिजनों ने चिकित्सालय स्टाफ और डॉक्टरों पर रिश्वत लेकर इलाज करने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए, महिला चिकित्सालय में जमकर हंगामा करने लगे । हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया, घंटे चले हंगामे में परिजनों द्वारा जिला चिकित्सालय में तैनात कर्मचारियों पर धन उगाही करने और इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है ।
दरअसल थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव अलमासपुर निवासी सोनिया को प्रसव पीड़ा की वजह से 28 मार्च को जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जहां परिजनों के अनुसार 29 तारीख को ऑपरेशन के द्वारा सोनिया ने एक बच्चे को जन्म दिया, बताया जा रहा है कि, जन्म के कुछ समय बाद नवजात शिशु की अचानक तबियत बिगड़ गई, बच्चे की दादी कई बार चिकित्सालय स्टाफ के पास बच्चे को देखने की गुहार लगाती रही, लेकिन महिला चिकित्सालय स्टाफ ने बच्चे को देखना तक भी गवारा नहीं समझा, और बाद में जब बच्चे की ज्यादा हालत खराब हो गई, तो उसके बाद उसे नर्सरी में रखने के लिए मंगाया गया, जहां उसकी कुछ समय बाद मौत हो गई ।
परिजनों का आरोप है जिला महिला चिकित्सालय के स्टाफ वह डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई है, परिजनों का यह भी आरोप है कि, यहां बिना पैसे कोई काम नहीं किया जाता , उनसे भी ऑपरेशन से पहले 2 हज़ार रुपये लेकर मरीज को ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया । बाद में उनसे फिर 850 रुपये जमा करा लिया गया, यही नहीं डिलीवरी के बाद 3 दिन तक प्रसव पीड़िता को खाने को भी कुछ नहीं दिया गया, जिस वजह से बच्चा भी भूखा ही रहा और उसके बाद कमजोरी की वजह से बच्चे ने दम तोड़ दिया । घटना के बाद परिजनों ने जिला महिला चिकित्सालय में जमकर हंगामा काटा, हंगामे की सूचना पर पहुंची नगर कोतवाली पुलिस किसी तरह ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामले को शांत किया, और कार्यवाही की बात कही ।
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए मुजफ्फरनगर से विशाल प्रजापति