एक तरफ तो सरकार पूरे देश में मुफ्त में शौचालय बनवाने के लिए मुहीम छेड़ रखी है, ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनकों सरकारी शौचालय आज भी नसीब नहीं हुआ । आगरा के बिचपुरी ब्लॉक के गांव खासपुर में जब घर घर शौचालय बन रहे थे, तो सुनीता ने भी अपने पति से शौचालय बनाने की जिद्द कर डाली । पति ने पत्नी की जिद को शुरू में नजरअंदाज कर दिया, लेकिन पत्नी ने जब शौचालय के लिए खाना-पानी बंद कर दिया, तो उसे इसके लिए गंभीर होना पड़ा । पत्नी की जिद के आगे झुकते हुए पति ने पहले कर्ज लेकर शौचालय बनवाना चाहा, लेकिन शौचालय के नाम पर उसे कर्ज भी नहीं मिला, ऐसे में उसने घर में रखे हुए अनाज को बेचकर पत्नी की एक जिद पूरी की ।
बिचपुरी ब्लॉक के खासपुर गांव के रहने वाले पॉप सिंह ने एक ऐसा शौचालय बनवा रखा है, जिस पर उन्होंने लिखवा रखा है कि पत्नी की जिद्द पर बना शौचालय । यह शौचालय एक चर्चा का विषय बना हुआ है । पॉप सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी सुनीता देवी की जिद्द के आगे यह शौचालय बना है, उनकी पत्नी ने घर में शौचालय के लिए उन से जिद्द की तब उनके पास पैसे बिल्कुल भी नहीं थे, पत्नी जिद के आगे जब कोई चारा नहीं सूझा, तो घर में रखे अनाज को बेचकर उसने शौचालय बनवाना शुरू किया । यह अनाज घर में खाने के लिए रखा हुआ था, लेकिन जब पत्नी ही नाराज हो और तो उसके आगे पति को झुकना लाजमी था ।
पति ने 1 हफ्ते की समय में इस शौचालय को बनाकर एक नजीर पेश की और इस शौचालय पर लिखवा दिया पत्नी की जिद्द में बना शौचालय । सुनीता देवी इस शौचालय के बनने से आज बहुत खुश है, उसका कहना है कि शौचालय ही घर की इज्जत होती है, पहले खेत में जब जाना पड़ता था, तो हमें बुरा लगता था लेकिन जब सबके शौचालय बनने लगे, तो हमने भी शौचालय की जिद्द कर डाली, और पति ने मेरी जिद के आगे फसल का अनाज बेच कर यह शौचालय बनवाया । लेकिन इन सबके बीच सवाल यह खड़ा होता है, जब सरकार शौचालय बनवाने के लिए पैसे देती है तो सुनीता के पति को शौचालय बनवाने के लिए अपने घर का अनाज क्यों बेचना पड़ा ।
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए आगरा से राघवेंद्र कुशवाहा