वाराणसी के पूर्व कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण और वर्तमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके भारद्वाज की पहल आखिरकार रंग ला चुकी है, केरल के पद्मनाभस्वामी मंदिर की तर्ज पर अब वाराणसी के ज्योर्तिलिंग मंदिर श्रीकाशी विश्वनाथ के गर्भगृह से खाकी वर्दीधारियों को हटाया जायेगा । इसकी जगह अब पुलिसकर्मी धोती कुर्ता में दिखाई देंगे, इसकी जगह अब पुलिसकर्मी धोती कुर्ता में दिखाई देंगे ।
इस संबंध में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद् के अध्यक्ष अशोक द्विवेदी ने बताया कि, पिछले 32 वर्षों से इस मंदिर में पुलिसवाले खाकी वर्दी में सेवा कर रहे थे । उन्होंने जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी आरके भारद्वाज को धन्यवाद देते हुए कहा कि, उनकी वजह से ये शुभकार्य मूर्त रूप ले सका है । अशोक द्विवेदी ने बताया कि आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम् के दर्शनार्थियों की ओर से सुझाव भेजा गया था कि, कई बार मंदिर में पुलिसकर्मी दर्शनार्थियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, जिसे देखते हुए तत्कालीन कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण, एसएसपी आरके भारद्वाज और मैंने रंगभरी एकादशी के बाद इस दिशा में विचार विमर्श किया । अशोक द्विवेदी ने बताया कि पूरी दुनिया में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह का लाइव प्रसारण होता है, मंदिर के गर्भगृह में खाकी वर्दीधारी सेवा करते हैं, जिससे नकारात्मक ऊर्जा प्रसारित होती थी ।
मैं धन्यवाद देना चाहता हूं वाराणसी के एसएसपी का जिन्होंने इस नकारात्मक छवि को बदलकर अब धोती कुर्ता की व्यवस्था पुलिसकर्मियों के लिए कर दिया है, अब बाबा की सेवा में लगे पुलिसकर्मी धोती कुर्ता में काम करेंगे, अशोक द्विवेदी ने यह भी बताया कि जल्द ही इस नियम को न्यास परिषद् में विचारार्थ रखा जायेगा, और इस नई परंपरा को और भी विकसित रूप दिया जाएगा । अशोक द्विवेदी ने बताया कि दिनों दिन इस परंपरा में सुधार होगा, इससे भारतीय जनमानस पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा । पंडित अशोक द्विवेदी के अनुसार मंदिर में सेवा करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए धोती कुर्ता की व्यवस्था पुलिस विभाग की ओर से किया जाएगा, कुर्ते पर पुलिस का बैच लगा रहेगा, जिससे उनकी आसानी से पहचान हो सकेगी । अध्यक्ष ने इस बात को स्वीकार किया वेशभूषा का प्रभाव पड़ता है, वेशभूषा बदलेगी तो मन बदलेगा, मन बदलेगा तो आचरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ना निश्चित है ।
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए वाराणसी से काशीनाथ शक्ला