यूपी में योगी सरकार कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए कई ठोस कदम उठाए है जिसका असर भी दिख रहा है पिछले छ महीने में सूबे में अपराध काफी कमी आई है इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में यूपीकोका कानून को एक बार फिर से पेश किया । इससे पहले योगी जी ने 21 दिसंबर 2017 को यह बिल विधानसभा में पेश हुआ था लेकिन विधान परिषद में सरकार के पास बहुमत न होने के कारण यह बिल पास नहीं हो सका था दरअसल योगी सरकार अपराध पर नियंत्रण के लिए महाराष्ट्र के मकोका की तर्ज पर बने यूपीकोका विधेयक लाना चाहते है जिसमे आतंकवाद, हवाला, अवैध शराब करोबार, फिरौती के लिए अपहरण, अवैध खनन, वन उपज के लिए गैरकानूनी ढंग से दोहन, वन्यजीवों की तस्करी के साथ अनेक संगठित अपराधों में कड़ी कार्यवाई का प्रावधान किया गया है जिसमे कम से कम सात साल की कैद व 15 लाख रुपये का जुर्माना से लेरक सजा-ए- मौत तक की सजा हो सकती है। यही वजह है कि विपक्ष के विरोध के बाद भी इसे योगी सरकार पूरी तरह से पारित करना चाहती है इस दौरान योगी ने पिछले एक वर्षो में सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिए सरकार ने कई कड़े कदम उठाए हैं और इसके परिणाम भी सामने आए हैं। वहीं योगी सरकार ने पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि पहले त्योहार खुशहाली के बजाय भय का माहौल पैदा करते थे। लेकिन अब सभी त्योहार शांति पूर्वक संपन्न हो रहे हैं ।