गोरखपुर विश्वविद्यालय के विवेकानंद हॉस्टल में गुरुवार को दिनदहाड़े गोली चलने की खबर से चारों तरफ हड़कंप मच गया, मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने छानबीन शुरु की, वहां पुलिस को कारतूस के तीन खोखे मिले हैं । घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी छात्र फरार हो गए, इस घटना में छात्र नेता अमर सिंह पासवान बुरी तरह घायल है, घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे डॉक्टरों ने इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया | गोरखपुर में हुई इस घटना को लेकर ये माना जा रहा है, कि इस घटना की पृष्ठभूमि करीब 4 महीने पुरानी है, छात्र नेता अमर सिंह पासवान गोरखपुर विश्वविद्यालय से अपनी पत्नी अनु प्रसाद को छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ा रहा था, इस दौरान अनु प्रसाद अपनी तमाम गतिविधियों को Facebook पर वायरल करती थी, प्रसाद की गतिविधियां विवेकानंद हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को नागवार गुजरी, जिसके बाद वो छात्र अनु को Facebook पर कमेंटकरने के साथ उनके फोन नंबर पर भी तरह तरह के धमकी देने लगे, और चुनाव न लड़ने का दबाव भी बनाने लगे, जब इस बात की जानकारी अमर पासवान को हुई, तो वह उन नंबरों पर फोन कर पत्नी को पीड़ित करने वाले लोगों को सुधारने और सावधान रहने की नसीहत दी ।
चुनाव तो बीत गया, पर अमर पासवान की हिदायत को विवेकानंद आश्रम में रहने वाले छात्र भूले नहीं, गुरुवार को जैसे ही अमर पासवान आसमान हॉस्टल में छात्रों से संपर्क कर रहा था, इसी बीच मनबढ़ किस्म के छात्र अपने साथियों के साथ अमर पासवान की पीटाई करने लगे । घायल छात्र नेता को आनन फानन में जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया | फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है , और जल्द ही आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजने की बात कह रही है | साथ ही पुलिस ने ये भी बताया कि, विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रम को लेकर कोई भी एक्टिविटी घायल अमर पासवान की नहीं रहती है, और इनका लंबा चौडा अपराधिक इतिहास भी है, इसी तरह ये यहा घूम रहे थे, और उसी दौरान ये घटना हुई है | हिन्द न्यूज के लिए गोरखपुर से प्रेम चंद चौहान