एक तरफ जहां योगी सरकारी अपने कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने का जश्न मना रही हैं, तो वहीं दूसरी ओर यूपी में महिलाओं पर हो रहे अत्यचार कम होने का नाम नहीं ले रहा, ताजा मामला बलिया जिले के भीमपुरा थाना क्षेत्र के हनुमानचट्टी के कसेसर गांव की है । जहां एक आठवीं कक्षा की दलित छात्रा को उसी के गांव के दबंग युवकों द्वारा जिन्दा जलाने का मामला प्रकाश में आया है, मृत्य छात्रा के परिजनों का आरोप है कि, कई बार पुलिस थाने के चक्कर लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। आपको बता दें दो महीने पहले भी दलित छात्रा से छेड़खानी के आरोप में दबंगों पर एफआईआर हुई, जो आरोपियों को नागवार गुजरी, जिसके चलते आरोपी काफी दिनों से नाराज चल रहे थे, और मौका पाकर घटना को अंजाम दे दिया । पुलिस वालों ने अगर समय रहते परीजनों की गुहार सुन ली होती शायद छात्रा की जान बच जाती ।
इस मामले में SP विजय पाल सिंह कमरे में मिले सुसाइड नोट को आधार बना कर आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे है, पर परिजनों बार बार गांव के ही तीन युवकों पर आरोप लगा रहे है । मृतक छात्रा के भाई का आरोप है कि, छात्रा जब परीक्षा देकर आई तो पहले से ही घात लगाए बैठे तीन युवकों ने उसे जला दिया, घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर एडिशनल एसपी और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और छानबीन शुरु कर दी । पुलिस को मृतका के घर से एक सुसाइड नोट मिला, जिसके सहारे पुलिस मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही है, बहरहाल पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है । वैसे 15 दिन पहले भी एक दलित महिला को दबंगों ने जला दिया था, एक महीने में ऐसी दो घटना बलिया पुलिस की लापरवाही को साफ दर्शा रही है ।
हिन्द न्यूज के लिए बलिया से अंकित कुमार