NIA ने श्रीनगर सेंट्रल जेल पर छापा मारा। जांच के दौरान एजेंसी को 25 मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड्स, पेन ड्राइव्स और पाकिस्तान के झंडे मिले। इसके साथ ही कुछ जिहादी साहित्य भी बरामद किया गया है। NIA की इस रेड में जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और एनएसजी ने भी मदद की। जानकारी के मुताबिक, कुल 20 टीमें इस ऑपरेशन के लिए बनाई गईं थीं।
NIA टीम ने छापे के दौरान जेल के हर कोने की बारीकी से तलाशी ली। इस दौरान 25 मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड्स, पेन ड्राइव्स और पाकिस्तान के झंडे मिले। बताया जाता है कि एक आईपैड भी मिला।
– यह छापा सोमवार ४ बजे तड़के मारा गया। लेकिन, जांच एजेंसी ने इसकी जानकारी बाद में दी। बताया जाता है कि हिज्बुल मुजाहिदीन का भी एक पोस्टर और कुछ जिहादी लिट्रेचर भी बरामद किया गया है। मामले की आगे जांच की जा रही है।
– यह छापा सोमवार ४ बजे तड़के मारा गया। लेकिन, जांच एजेंसी ने इसकी जानकारी बाद में दी। बताया जाता है कि हिज्बुल मुजाहिदीन का भी एक पोस्टर और कुछ जिहादी लिट्रेचर भी बरामद किया गया है। मामले की आगे जांच की जा रही है।
आखिर श्रीनगर जेल पर क्यों छापा मारा गया
पहले जानिए, ये छापा क्यों मारा गया?
असल में कुछ दिनों पहले लश्कर का एक पाकिस्तानी आतंकी नावेद भट्ट जेल से अस्पताल इलाज के लिए लाया गया था। इस दौरान वहां पहले से मौजूद आतंकियों ने पुलिस टीम पर हमला किया। आतंकी नावेद को अपने साथ लेकर भागने में कामयाब हो गए।
-इसी हमले की पड़ताल करे हुए पाया की इसके तार श्रीनगर जेल से जुड़े हुए हे NIA ने इस मामले की जांच के दौरान एक अलग मामले में दो लड़कों को गिरफ्तार किया। इन दोनों ने पूछताछ में बताया कि एक नए आतंकी संगठन अल बद्र के लिए भर्ती चल रही है। और इस पूरे मामले की साजिश श्रीनगर सेंट्रल जेल में रची जा रही है।
असल में कुछ दिनों पहले लश्कर का एक पाकिस्तानी आतंकी नावेद भट्ट जेल से अस्पताल इलाज के लिए लाया गया था। इस दौरान वहां पहले से मौजूद आतंकियों ने पुलिस टीम पर हमला किया। आतंकी नावेद को अपने साथ लेकर भागने में कामयाब हो गए।
-इसी हमले की पड़ताल करे हुए पाया की इसके तार श्रीनगर जेल से जुड़े हुए हे NIA ने इस मामले की जांच के दौरान एक अलग मामले में दो लड़कों को गिरफ्तार किया। इन दोनों ने पूछताछ में बताया कि एक नए आतंकी संगठन अल बद्र के लिए भर्ती चल रही है। और इस पूरे मामले की साजिश श्रीनगर सेंट्रल जेल में रची जा रही है।