सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच ने निष्क्रिय इच्छामृत्यु को सही ठहराया है कुछ शर्तो के साथ कोर्ट ने अनुमती प्रदान करते हुए कहा कि मनुष्य को सम्मान के साथ मरने का पूरा अधिकार है कोर्ट ने कहा कि मरणासन्न व्यक्ति को यह अधिकार होगा कि वह कब आखिरि सांस लेगा कोर्ट ने यह फैसला एनजीओ कॉमन लॉज की याचिका पर दिया है