नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा एक बार फिर मातृसदन की याचिका पर सुनवाई करते हुए, हरिद्वार में खनन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, जिसका असर दिखाई देना शुरु हो गया है, जहां एक ओर NH के काम पर पिछले 3 दिनों से ब्रेक लग गया है, तो वहीं खनन सामग्री के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। आपको बता दें गंगा में खनन को लेकर मातृसदन लगातार अनशन करता आया है, इसी को देखते हुए एनजीटी ने हाल ही में हरिद्वार में गंगा और उनकी सहायक नदियों में खनन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, इन सब बातों से यह भी साफ हो गया है कि गंगा में पत्थर इत्यादि पीछे से बहकर नहीं आता है। इस मामले में SDM मनीष कुमार सिंह ने कहा कि, एनजीटी के आदेशों का पालन होना जरूरी है, अगर खनन सामग्री महंगी हो रही है, तो उसका विकल्प भी प्रशासन ढूंढेगा । लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी माना कि खनन बंद होने से विकास कार्यों की गति कहीं ना कहीं प्रभावित हो रही है। तो वहीं मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने CM और हरिद्वार के DM पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, खनन माफियाओं को इन्हीं का संरक्षण प्राप्त है। लेकिन अब आए इस आदेश के बाद खनन खुलना संभव ही नहीं है।