सरकार लोगों के स्वास्थ्य पर हर साल करोड़ों रुपए खर्च करती है, सरकारी अस्पतालों को हर सुख सुविधा से लेस करने के लिए कई कदम उठा रही है, लेकिन इस समय उत्तरप्रदेश का एक सरकारी अस्पताल सवालों के घेरे में खड़ा है। कि क्या वहां के एंबुलेंस लोगों के लिए सुरक्षित है, दरअसल बुलंदशहर में देर रात एंबुलेंस एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए ले जा रही थी, लेकिन अचानक देखते ही देखते एंबुलेंस आग के गोले में परिवर्तित हो गई । हालांकि समय रहते ही प्रसव पीड़ा से त्रस्त महिला और उसके परिजनों को एंबुलेंस से निकाल लिया गया था, जैसे तैसे तीमारदार गर्भवती महिला को प्राइवेट वाहन से अस्पताल लेकर पहुंचे। मगर अब सवाल यहां यह खड़े हो रहे हैं कि आखिर एंबुलेंस में अचानक आग लगी कैसी, क्या स्वास्थ्य विभाग को एंबुलेंस की जांच पहले नहीं करनी चाहिए थी। अगर इस दुर्घटना में किसी को कुछ हो जाता तब इसका जिम्मेदार आखिर कौन होता ।