सुख समृद्धि की लालसा, दुश्मन के अंत या फिर व्यापार में वृद्धि को लेकर कुछ लोग तंत्र क्रिया कराने में विश्वास रखते हैं, इन लोगों का तांत्रिक भी फायदा उठाते हैं। तंत्र मंत्र क्रिया कराने के लिए लोग लाखों रुपए खर्च करते हैं, इसके लिए लोग होली और दिवाली जैसे त्योहारों का इंतजार करते हैं। देखा गया है कि छोटी होली वाले दिन तंत्र क्रियाएं सबसे ज्यादा की जाती हैं, ऐसे मौकों पर तांत्रिक भी अपनी फीस बढ़ा देते हैं, और अपने ग्राहकों को बहला-फुसलाकर उन से लाखों की रकम ठगते हैं, खास बात यह है कि इन तांत्रिक क्रियाओं में शेर का नाखून, जंगली बिल्ली का गर्भाशय ,छिपकली की हड्डियां, हिरण की कस्तूरी जैसे बेशकीमती अंगों का इस्तेमाल किया जाता है। इसी अंधविश्वास से जुड़ी एक खबर मेरठ से आ रही है,जहां वन विभाग की टीम ने थाना देहली गेट क्षेत्र के कबाड़ी बाजार में छापा मारा, वहां से उन्होने एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से भारी मात्रा में अलग-अलग पशुओं के अंग बरामद किए हैं। फिलहाल वन विभाग की टीम इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने में लगी है, वन विभाग इस खेल में जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में भी जुटा है।