गोरखपुर जिला जेल में बंद 1800 कैदियों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी जेल प्रशासन की होती है और समय पर कैदियों का स्वास्थ्य परिक्षण कराया जाता है, इसको ध्यान में रखते हुए आई जी जेल ने कैदियों के स्वास्थ्य के परिक्षण का निर्देश दिया था जिसको गंभीरता से लेते हुए गोरखपुर जिला जेल प्रशासन जेल में बंद कैदियों का स्वास्थ्य परिक्षण पिछले कुछ दिनों से करा रहा है| स्वास्थ्य परिक्षण में जो रिपोर्ट सामने आई है उससे जेल प्रशासन सकते में आ गया है वहीं इस रिपोर्ट से कैदियों में भी भय का माहौल व्याप्त हो गया है, इस सम्बन्ध में डीआईजी जेल यादवेंद्र शुक्ला ने बताया की अभियान चलाकर के कैदियों का स्वास्थ्य परिक्षण कराया गया, जिसमे करीब 1500 कैदियों में से 22 बंदी एचआईवी पॉजिटिव निकले हैं| यह ऐतिहातन किया जाता है कि जो बंदी रोग ग्रस्त है उनका इलाज किया जा सके| सबसे ज्यादा एचआईवी पॉजिटिव विचाराधीन कैदियों में पाया गया है, कुछ सजा याफ्ता कैदी भी है लेकिन ज्यादातर विचाराधीन कड़ी है | इसके रोकथाम के लिए सारे कैदियों का स्वास्थ्य परिक्षण कराया जाएगा, जो रोग ग्रस्त है उनका इलाज कराया जाएगा और अन्य कैदियों में जागरूकता पैदा की जाएगी, जिससे रोग को फैलने से रोका जा सके|