ज़िंदगी का सबसे बड़ा सत्य है मृत्यु और सच हमेशा कड़वा होता है, हर इंसान के साथ यह दिन जरुर आता है, लेकिन यूपी के बलिया में इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है, जिसने यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर इंसान को क्या हो गया है, क्या अब इंसान के अंदर से सभी भावनाएं, मानवता पूरी तरह से खत्म हो गईं हैं। यूपी में लावारिश लाशों को पोस्टमार्टम हाउस से अंतिम संस्कार के लिए गंगा नदी के तट तक घसीटते हुए लाया जाता है और ऐसे ही पानी में फैंक दिया जाता है, इसने जहां एक ओर मानवता को शर्मशार किया वहीं दूसरी ओर देश के प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ गंगा जैसी योजनाओं को ठेंगा दिखाया। वही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लावारिश लाशों के साथ हो रही क्रूरता पर पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं !