सरकार देश के नागरिकों के हित में काम करती है । देश की उच्च पद पर बैठे आला अधिकारी देश की मान और गरिमा को बनाए रखने का काम करते हैं, लेकिन अगर वहीं अधिकारी देश की जनता को न्याय देने के बदले में सौदा करने लग जाएं तो क्या कहा जा सकता है । इसी से मिलता जुलता एक मामला युपी के मेरठ से सामने आया है, जहां के एक सिटी मजिस्ट्रेट पर एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पति की जमानत के बदले मजिस्ट्रेट ने उसे होटल के कमरे में आने का निमंत्रण दिया है। दरअसल पारिवारिक मारपीट के मामले में महिला के पति को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसके तहत शांतिभंग की धाराओं के चलते मजिस्ट्रेट साहब उसे जेल भेजने पर आमादा हो गए, लेकिन महिला ने मजिस्टेट से उसके पति को जमानत देने की विनती की, तो मजिस्टेट ने उसे कमरे में आने का न्यौता दे दिया ।