सुप्रीम कोर्ट द्वारा वयस्क युवक और युवती अपनी मर्जी से शादी करने के आदेश का विरोध करते हुए में बालियान खाप चौधरी नरेश टिकैत ने कहा है की इसका तो हमने पहले से ही विरोध किया है टिकैत साहब के समय से ही। जो ये माननीय सुप्रीमकोर्ट के फैसले है लड़की क्यों करेगी शादी अपनी मर्जी से उसकी शादी तो हम करेंगे। जब हमने उसके पढ़ाई-लिखाई में लाखो रूपये लगाए है और उसे इस योग्य बना दिया तो शादी वो अपनी मर्जी से करेगी , क्यों करेगी वो अपनी मर्जी से शादी। और अगर लड़की अपनी मर्जी से शादी करती है और सुप्रीमकोर्ट उनकी हिमायत लेती है तो आने वाले समय में जो लड़किया है उनकी तादाद कम हो जाएगी। हम लोगो को कहेंगे,,,,और वैसे भी अपने आप लोग इस बात को समझ जायेंगे की लड़की पैदा ही मत करो। 20 साल की होते ही यदि लड़की ऐसा कदम उठाये इससे अच्छा है उसका खर्चा भी बचेगा और इज़्ज़त भी। ये फैसला सौ प्रतिशत गलत है हम इसे कभी नहीं मानेंगे। लड़किया अपनी परिवार वालो की मर्जी से ही शादी करे और वो ही रिश्ते लम्बे भी चलते है। और इस तरह मर्जी की शादी के रिश्ते 1-2 साल तक ही चलते है न लड़की कही की रहती न ही लड़का। और समाज में भी उन्हें बहुत घिनौनी नजरों देखा जाता है। तो उस लड़की के परिवार पर क्या बीतती होगी।