आपको बता दे कि हाल ही मेें जम्मू कश्मीर में सेना की टकडीयों पर पत्थरबाजों ने पत्थर फेंके जिसके बाद जवाबी कार्यवाई में दो नागरिकों की मौत हो गई थी जिसके बाद राज्य पुलिस ने सेना सेना के अफसर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था बाद में सेना ने भी काउंटर एफआईआर दर्ज कराय था । जिसके बाद जाबांज सैनिकों पर दर्ज एफआईआर और सैनिकों पर पत्थर बरसाने वालों से एफआईआर हटाने की घटनाओं से चिंतित सैनिकों के बच्चों ने अब मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाया है और पूछा कि पत्थर बाजो पर रहम और सैनिकों पर सितम क्यों